“दोस्ती लफ्ज ही इतना बड़ा है, अनगिनत जज्बातो से भरा है।
हर कदम पर साथ निभाए ऐसा, रिश्ता दोस्ती का कितना खरा है।”
दोस्ती एक ऐसा धागा है जो अगर सच्चा हो तो जंजीर से भी ज्यादा मजबूत होता है और यदि दो दोस्त एक दूसरे की सफलता में भागीदार बने तो उससे अच्छा और क्या हो सकता है। यह कहानी है उन दो दोस्तों की जिनका लक्ष्य भी एक था और मंजिल भी, उसे पाने के प्रति मेहनत भी समान की और परिणाम भी समान ही आया। दोनों साथ साथ पढ़ते चाहे फिर वह क्लास हो या हॉस्टल यहाँ तक की दोनों की पढ़ने को लेकर रणनीति भी समान थी। हम बात कर रहे है बिहार के रहने वाले अचिन्त्य कुमार और राज गौरव की जिनकी दोस्ती कितनी पक्की है उसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है की दोनों ने अपनी नीट 2020 की तैयारी साथ साथ की और दोनों ने ही 650 अंक अर्जित किये और अब दोनों एक ही कॉलेज में दाखिला लेंगे। अचिन्त्य बिहार के समस्तीपुर से है और राज गौरव बिहार के पटना से है। अचिन्त्य का यह दूसरा ड्राप था और राज गौरव का पहला, दोनों का पिछले वर्ष का स्कोर भी लगभग एक सा ही था। अचिन्त्य का नीट 2019 का स्कोर 540 था और राज गौरव का नीट 2019 का स्कोर 548 था।
अचिन्त्य कुमार और राज गौरव दोनों ही बिहार से है लेकिन मोशन में एडमिशन लेने के बाद उनकी मुलाकात हुई। दोनों मोशन द्रोणा में रहते थे। वे दोनों साथ रहते, साथ पढ़ते, साथ कोचिंग आते, कोचिंग में भी साथ ही बैठते और पढ़ाई में एक दूसरे की मदद करते। दोनों की मंजिल एक थी और सपना भी – ‘‘डॉक्टर बनना‘‘।
अपनी मंजिल को पाने के सफर में जितनी भी मुश्किलें और बाधाएं आयी दोनों ने मिलकर उनका सामना किया और हर समस्या का समाधान मिलकर किया। जब कोरोना महामारी के चलते लॉक डाउन हो गया था उस दौरान भी दोनों साथ ही थे और साथ में ही दोनों ने पढाई की। सबसे खास बात तो यह थी की जब परिणाम घोषित हुआ तब दोनों के नीट में प्राप्त किये अंक भी समान थे और अब कॉलेज भी एक होगा जिससे दोनों दोस्त एक साथ डॉक्टर बनकर निकलेंगे। इसे कहते है सच्ची मित्रता, ना केवल कहने के लिए जबकि यह साबित भी कर दिखाया इन दोनों दोस्तों ने।
मोशन परिवार, अचिन्त्य कुमार और राज गौरव दोनों ही विद्यार्थियों को शुभकामनाये देता है और उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता है।